
सायरन बजते ही अलर्ट हुईं सुरक्षा एजेंसियां, काशी विश्वनाथ मंदिर में चला मॉक ऑपरेशन
आपरेशन सिंदूर‘ के बाद जिले में लोगों को जगरूक करने और सतर्कता बढ़ाने के मकसद से जगह-जगह मॉकड्रिल शुरू हो गये हैं। सुबह पुलिस लाईन में पूर्वाभ्यास के बाद एनडीआरएफ की टीम ने श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के बाहर मॉकड्रिल किया। पूर्वाभ्यास देखने के लिए आसपास के लोगों और राहगीरों की भीड़ जुट गई थी। 11वीं एनडीआरएफ की टीमों ने नागरिक सुरक्षा विभाग की ओर से आयोजित उत्तर प्रदेश तथा मध्य प्रदेश के विभिन्न संवेदनशील जनपदों जैसे वाराणसी, लखनऊ, गोरखपुर एवं भोपाल में आपदा के विभिन्न परिदृश्यों पर सघन अभ्यास कर आपदा से निपटने की अपनी क्षमता और तैयारियों का परिचय दे रहा है। इसी क्रम में एनडीआरएफ के टीमों ने उप महानिरीक्षक मनोज कुमार शर्मा के निर्देश पर श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के बाहर पूर्वाभ्यास किया। लोगों को आपात स्थिति से बचने आदि के उपाय बताए।इस अवसर पर उप महानिरीक्षक मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि इस प्रकार के अभ्यास का उद्देश्य किसी भी आपात स्थिति में बेहतर आपदा प्रबंधन, सभी हितधारकों में आपसी तालमेल और उपलब्ध संसाधनों का गुणवत्तापूर्ण उपयोग करना है। उन्होंने बताया कि किसी भी आपात स्थिति में सबसे ज्यादा प्रभावित सामान्य जन ही होते हैं। इसलिए उन्हें आपदा प्रबंधन में दक्ष और जोखिम न्यूनीकरण में जागरूक बनाना अति आवश्यक है। इस सामाजिक चेतना के कार्य को एनडीआरएफ की टीमें विभिन्न कार्यक्रमों जैसे स्कूल सुरक्षामॉकड्रिल में सभी सुरक्षा एजेंसियों ने दिखाई तत्परता
मॉकड्रिल के दौरान सुरक्षा को देखते हुए श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर परिसर को कुछ मिनट के लिए खाली करा लिया गया था। इस दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा गया। मॉकड्रिल में सभी सुरक्षा एजेंसियों ने तत्परता दिखाई। पूर्वाभ्यास में बम स्क्वायड दस्ता, मेडिकल टीम, डॉग स्क्वायड, सीआरपीएफ और मंदिर की सुरक्षा में लगी फोर्स ने भी भाग लिया।